Lata Mangeshkar जी का बचपन पिता के प्यार से महरूम रहा

बचपन में ही उनक सिर से पिता काया उठ गया था और पुरे परिवार की जिम्मेदारी उनके उपर आ गई थी

भारत की स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर जी अब हमारे बीच नहीं रही मगर वह हमेशा हमारे दिलों में जिन्दा रहेंगी 

लता जी अपने जीवन में 20से भी ज्यादा भाषाओ में हजारों गीत गाई हैं जो हमारे बीच हमेशा के लिए वरदान की तरह रहेंगी

लता मंगेशकर जी को कई अवार्ड से नवाज़ा गया है जिसमे उनको 2001में भारत रत्न, 1969 में पद्म भूषण, 1989 में दादा शहेब फाल्के , 1999 में पद्म विभूषण अवार्ड तथा तिन बार राष्ट्रीय पुरष्कार दिया गया है 

लता मंगेशकर जी को गाना गाने के अलावा फोटो खिचवाना भी बहोत पसन्द था